औरंगाबाद, जून 9 -- नवीनगर प्रखंड अंतर्गत पड़रिया में हो रहे गौ गोपाल महायज्ञ का समापन हो गया। पूर्णाहुति के अवसर पर वृंदावन से पधारे पूज्य संत श्री रसराज दास जी ने कहा कि धरती के सात स्तंभ हैं जिसमें एक गौमाता है। अगर गौ माता नहीं रही तो मानव जीवन नहीं बचेगा। कोई भी यज्ञ बिना गौ माता के हो ही नहीं सकता है। मानव को आरोग्य करने के लिए गौ माता का गद्य पदार्थ दूध, दही, घृत अति महत्वपूर्ण है। आज वेद लक्ष्मण देसी गौ माता की अवहेलना हो रही है। स्थिति ऐसी है कि गांव के गांव आप घूम जाए तो विदेशी नस्ल की ही गाय दिखती है। देसी गौ माता नहीं दिख रही है। इसके कारण छोटी-छोटी जगहों पर भी कैंसर की दुकान खुल गई। विदेशी गाय का दूध पीने से कई घातक बीमारियां हो रही हैं। आज भारत को बचाने के लिए आवश्यक है कि फिर से देसी गाय माता की प्रतिष्ठा हो और घर-घर में देस...