जौनपुर, मार्च 25 -- खुटहन। ब्लाक के इमामपुर गांव में सोमवार को वार्षिक धन निरंकारी संत समागम में प्रयागराज से आईं ज्ञान प्रचारक कुमुद शर्मा ने कहा कि मानव जीवन का मूल उद्देश्य ब्रह्मज्ञान प्राप्त करना है। तभी जीवन सार्थक हो पायेगा। यही ज्ञान मानव और पशुवत व्यवहार को अलग करता है। उन्होंने कहा कि आज मानव अपने मूल उद्देश्य से भटक रहा है। वह पूजा पाठ भी करता है तो स्वयं के कल्याण की कामना न कर भौतिक साधनों और शारीरिक सुख के लिए करता है। जबकि यही उसकी सबसे बड़ी भूल है। उसे नहीं पता कि ब्रह्मज्ञान से उसकी दशा और दिशा दोनों बदल जायेगी। इसलिए इंसान को अपने ईष्ट से स्वयं के कल्याण की कामना करनी चाहिए। प्रभु दूर नहीं हैं, या तो तुम उन्हें दूर से देख रहे हो या उन्हें गुरूर से देख रहे हो। इस मौके पर कृष्णा प्रसाद श्रीवास्तव, शंकर दयाल मुखी, डॉ. आरपी ...