पौड़ी, जुलाई 1 -- मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं को लेकर समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने जिले को गैर-संवेदनशील, संवेदनशील और अति-संवेदनशील क्षेत्रों में विभाजित कर कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया। डीएम ने ग्राम स्तर पर सूचना व चेतावनी प्रणाली को सक्रिय करते हुए हर मृत्यु की गहन जांच के लिए एक ऑडिट प्रणाली विकसित करने के निर्देश अफसरों को दिए। एनआईसी कक्ष में आयोजित बैठक में डीएम स्वाति एस भदौरिया ने वन्यजीवों की डीएनए प्रोफाइलिंग और विश्लेषण के जरिए हमलों के पैटर्न को भी समझने, पशुओं पर हुए हमलों के आंकड़ों का संग्रहण, उनका वर्गीकरण और बायो-फेंसिंग जैसे उपायों को लागू करने को कहा। डीएम ने जागरुकता कार्यक्रमों में राजस्व विभाग के पटवारियों को शामिल कर विभिन्न विभागों के बीच समन्वय मजबूत करने के निर्देश भी दिए। बैठक में डीएफओ गढ़वाल ने...