पटना, अगस्त 1 -- जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शिक्षा व्यवस्था में कार्यरत रसोइयों, रात्रि प्रहरियों एवं शारीरिक शिक्षा तथा स्वास्थ्य अनुदेशकों के मानदेय में दोगुनी वृद्धि के निर्णय को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर प्रमाणित किया है कि उनकी शासन-शैली मानवीय संवेदनाओं, सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की प्रतिबद्ध मिसाल है। यह निर्णय न केवल लाखों परिवारों में आत्मगौरव, स्थायित्व और आशा का संचार करेगा, बल्कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाएगा। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा केवल शिक्षक और पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक समग्र प्रणाली है जिसमें पोषण, सुरक्षा, स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन जैसे महत्वपूर्ण आयाम जुड़े होते हैं। इन सभी पहलुओं में रसोइयों, प्रहरियों और अनुदेशकों की भू...