मुजफ्फरपुर, अप्रैल 21 -- मुजफ्फरपुर। किसानों को सलाह देने के लिए बहाल किसान सलाहकारों को आज चुनाव, जनगणना से लेकर पशुगणना तक के काम करने पड़ रहे हैं। चार घंटे की ड्यूटी को छह घंटे कर दिया गया, लेकिन मानदेय नहीं बढ़ा। ऐसे में ये खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। किसान सलाहकारों का कहना है कि विभाग सेवा शर्तों की अनदेखी कर रहा है। संविदा पर बहाली की गई, लेकिन अब सरकार हमें संविदाकर्मी ही नहीं मान रही है। किसान सलाहकारों का कहना है कि एक ही विज्ञापन से एसएमएस (सब्जेक्ट मैटर स्पेशलिस्ट) को भी संविदा पर नियुक्त किया गया। एसएमएस की सेवा स्थायी कर उन्हें सभी सुविधाएं दी जा रही हैं, लेकिन हमलोगों का भविष्य अंधेरे में है। इतने अहम काम करते हुए विभागीय उपेक्षा का शिकार हैं। न तो मानदेय बढ़ रहा है और न समय पर इसका भुगतान हो रहा है। हमलोगों के सामने भ...