नवादा, मई 3 -- नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। सदर अस्पताल की सफाई व्यवस्था सिर्फ 23 कर्मियों के भरोसे चल रही है। आउटसोर्स से प्रदत्त 23 सफाई कर्मियों के जरिए नियमानुसार तीन शिफ्ट में सफाई की औपचारिकता जरूर निभाई जा रही है, लेकिन हासिल शून्य ही है। अस्पताल के कुछ भागों को छोड़ अन्य किसी भी भाग में सफाई का नामोनिशान नहीं दिखता। सफाई उपकरण के नाम पर सदर अस्पताल में बस झाड़ू ही उपलब्ध है। हालांकि एक डीजीएस मशीन भी है, जिससे लिक्विड का छिड़काव का काम लिया जाता है। फिनाइल और ब्लीचिंग पावडर समेत एसिड आदि भी उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग तो होता है लेकिन वह भी ठीक ढंग से काम नहीं करता। मरीजों बेड कटे-फटे रहने से इंफेक्शन का खतरा मंडराता दिखा। इस भीषण गर्मी में भी पंखे और कूलर खराब पड़े थे, जिससे मरीज हलकान थे। सफाई के बुरे हाल के अलावा भी अन्य कई दुश्वार...