किशनगंज, नवम्बर 16 -- किशनगंज । एक प्रतिनिधि जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने और मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग ने अपने प्रयासों को गतिशील किया है। गर्भवती महिलाओं की समय पर पहचान, चार बार एएनसी जांच, सुरक्षित संस्थागत प्रसव, नवजात देखभाल और नियमित टीकाकरण को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग दोनों स्तरों पर समन्वित रणनीति अपनाई जा रही है। गांवों में फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाकर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी गर्भवती महिला या नवजात आवश्यक सेवाओं से वंचित न रहे। मातृ-शिशु मृत्यु दर हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता: सिविल सर्जन डॉ. राजकुमार चौधरी ने कहा कि मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि गर्भावस्था के दौरान समय पर एएनसी जांच...
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