किशनगंज, जून 23 -- किशनगंज, एक प्रतिनिधि। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए जनजागरूकता, समय पर जांच, और उचित स्वास्थ्य प्रबंधन बेहद जरूरी है। सुरक्षित प्रसव, एक स्वस्थ भविष्य की गारंटी हो सकता है। लेकिन अभी भी के कई हिस्सों में प्रसव के उपरांत 24 घंटे के भीतर महिलाओं और नवजात शिशुओं की जान चली जाती हैं, सिर्फ इसलिए क्योंकि समय पर जांच नहीं हुई, खून की कमी हो या फिर जटिलता को समय रहते पहचाना जरूरी है। सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी कि गर्भावस्था की शुरुआत से ही समय-समय पर प्रसव पूर्व जांच कराना गर्भवती मां और बच्चे दोनों के लिए बेहद लाभकारी होता है। खासतौर पर एनीमिया यानी खून की कमी जैसी स्थिति गर्भवती महिलाओं में आम देखी जाती है, जो जटिल प्रसव का कारण बन सकती है। इससे गर्भवती महिला गर्भस्थ शिशु की जान को भी खतरा हो सकता है। इसल...