मुंगेर, जुलाई 27 -- मुंगेर, हिन्दुस्तान संवाददाता। पादुका दर्शन संन्यास पीठ में चल रहे श्रीराम चरित्र व्याख्यान के सातवें दिन शनिवार को पंडित नीलमणि दीक्षित ने माता सीता अपहरण प्रसंग को बड़े ही मार्मिक ढंगों से श्रद्धालुओं के बीच रखा। पंडित दीक्षित ने कहा कि माता सीता जी के अपहरण की भूमिका सुपर्णखा ने तैयार कर दी थी। जिसने अपने पति के रावण द्वारा वध किए जाने के कारण, राक्षसों के विनाश की प्रतिज्ञा की थी। श्रीराम के हाथों खर-दूषण का वध करवाकर उसने लंका जाकर रावण को तब तक उकसाया, जब तक उसने श्रीराम से शत्रुता की शपथ न ले ली। पंडित दीक्षित ने कहा कि अपनी योजना को फलीभूत करने को लेकर रावण ने मरीच का सहारा लेने का फैसला लिया। किंतु मरीच ने रावण को सचेत करते हुए कहा कि श्रीराम अत्यंत वलवान है। इन्हें मामूली मत समझो। विश्वामित्र आश्रम में श्रीरा...