मेरठ, जून 30 -- माता-पिता ही संतान के प्रथम गुरु होते हैं : ज्ञान भूषण महाराज माता-पिता ही संतान के प्रथम गुरु होते हैं : ज्ञान भूषण महाराज मेरठ। संवाददाता असौड़ा हाउस शांतिनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में सदर जैन मंदिर से विहार कर पहुंचे आचार्य ज्ञान भूषण महाराज ज्ञान गंगा माता का श्रद्धालुओं ने मंगल प्रवेश कराया। आचार्य जैन मुनि का आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। आचार्य ज्ञानभूषण महाराज ने प्रवचन करते हुए कहा कि सच्ची भक्ति केवल कर्मकांड या बाह्य क्रियाओं तक सीमित नहीं होनी चाहिए। उसमें ज्ञान वैराग्य और अनुराग का समन्वय होना आवश्यक है। कहा कि जीवन में प्रथम गुरु माता-पिता हैं। दूसरे गुरु दिगंबर संत होते हैं। गुरु के प्रति अटल भक्ति और श्रद्धा होना अनुराग है। जीवन में ज्ञान वैराग्य अनुराग करते हुए सच्ची भक्ति करते रहे ए...