मैनपुरी, अप्रैल 7 -- ग्राम जसराजपुर में चल रहे श्रमणेर प्रशिक्षण शिविर के आठवें दिन भिक्षु नंदरतन महाथेरो ने प्रशिक्षण पा रहे भिक्षुओं को अपने माता-पिता के नाम को ऊंचा करने के लिए कठिन परिश्रम करने को कहा। अंत में कार्यक्रम को सफल बनाने वालों को भिक्षुओं द्वारा सम्मानित किया गया। सोमवार को भिक्षु नंदरतन महाथेरो ने कहा कि कोई भी पुत्र या पुत्री अपने माता-पिता को वृद्धाश्रम नहीं भेजे, इससे कुसंस्कार पैदा होते है। अपने माता-पिता को किसी आश्रम में भेजने की बजाय उनकी सेवा करें और अच्छे संस्कारों के तहत उनका अनुसरण करें तभी समाज में फैली हुई विकृतियां, रूढ़ियां, प्रथाएं तथा अंधविश्वास दूर हो सकेगा। डा. भिक्षु धम्मपाल महाथेरो ने लगन के साथ बौद्ध धर्म में दिए गए नियमों का पालन करते हुए प्रशिक्षण पूरा करने की सलाह दी। आदर्श शाक्य को म्यांमार में आ...