हापुड़, नवम्बर 7 -- प्राचीन महादेव नक्का कुआं मंदिर में जगद्गुरु शंकराचार्य भानुपुरा पीठाधीश्वर स्वामी ज्ञाननंद तीर्थ जी महाराज का एकदिवसीय दिव्य प्रवचन आयोजित हुआ। प्रवचन के दौरान महाराज जी ने कहा कि संतों का जीवन सदा परोपकार के लिए समर्पित होता है। संत वही है, जो अपने जीवन को परमात्मा और जनकल्याण के लिए समर्पित कर देता है। दीन-दुखियों की सेवा करना ही संत का वास्तविक धर्म है। महाराज जी ने कहा कि सनातन धर्म शाश्वत सत्य है। यह न पहले मिटा था, न आज मिटा है और न ही भविष्य में मिटेगा। हर व्यक्ति को सनातन संस्कृति और जीवन मूल्यों पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने माता-पिता का सम्मान और सेवा नहीं करता, वह मानव रूप में होने के बाद भी पशु तुल्य है। पितरों की पूजा का फल तभी मिलता है, जब मनुष्य जीवित माता-पिता का आदर और सेवा करता ...