वाराणसी, सितम्बर 19 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। दशरथ पुत्र राम को मर्यादा पुरुषोत्तम राम बनाने का श्रेय कैकेयी को जाता है। यह कैकेयी का सौभाग्य था कि प्रभु श्रीराम ने निज काज के लिए उनका चयन किया। कैकयी नारी सशक्तीकरण का पर्याय भी है। ऐसे कई तथ्य गुरुवार की शाम नागरी नाटक मंडली के मंच पर उजागर हुए। अवसर था आश्विन नाट्य महोत्सव के 28वें संस्करण के समापन की पूर्व संध्या में मंचित नाटक 'माता कैकेयी के मंचन का। बौद्धायन सोसाइटी के बैनर तले बालमुकुंद त्रिपाठी के निर्देशन में मंचित नाटक का लेखन डॉ. मंजरी पांडेय ने किया। नाटक में माता कैकेयी की भूमिका भी उन्होंने ही निभाई। मंच पर अविनाश पांडेय, अजय पाठक, निशांत सिंह, अनंत कुमार, भूमिका, भानुप्रताप राय, अनुषा मिश्रा, आनंद कुमार, संदीप मौर्य, अपूर्वा जैन, वैशाली, अंकिता शुक्ला, प्रीति भारद्वाज, क...