कोडरमा, अप्रैल 1 -- झुमरी तिलैया। चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन सोमवार को देवी मंडप में माता के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्राचारिणी की विधि विधान से पूजा अर्चना की गई व संध्या आरती की गई। झुमरी तिलैया स्थित देवी मंडपप के मुख्य पुजारी आचार्य कृष्ण मुरारी पांडेय ने बताया कि मां दुर्गा के नौ शक्तियों में देवी ब्रह्राचारिणी का दूसरा स्वरूप है। ब्रह्राचारिणी दो शब्दो से मिलकर बना है। 'ब्रह्रा' का मतलब घोर तपस्या से है और ' चारिणी' का अर्थ होता है आचरण से। यानी माता का दूसरा स्वरूप तप का आचरण करने से होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के दूसरे दिन मां के इस स्वरूप की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन,संपत्ति और सुख की कमी नहीं होती है। वहीं पूजन के दौरान बरुण पांडेय, सुरेश पांडेय, लक्ष्मीकान्त पांडेय, छोटे लाल पांडेय, हीरालाल पांडे...