अमरोहा, अप्रैल 3 -- बुधवार को मां कात्यायनी की पूजा अर्चना के लिए मंदिरों में श्रद्धालु उमड़ पड़े। विधि विधान संग माता रानी की पूजा अर्चना कर खुशहाली का आशीर्वाद मांगा। मां दुर्गा की छठी शक्ति का नाम देवी कात्यायनी है। नवरात्र षष्टमी के दिन मां के इसी स्वरूप की पूजा का विधान है। धर्म ग्रंथों के अनुसार कात्यायन ऋषि ने तप करके देवी से पुत्री रूप में जन्म लेने का वरदान मांगा। तप से प्रसन्न होकर देवी ने अजन्मा स्वरूप त्यागकर ऋषि कुल में जन्म लिया। ऋषि कात्यायन की पुत्री होने के कारण ही देवी को कात्यायनी कहा जाता है। मान्यता है कि ब्रज की गोपियों ने भगवान श्रीकृष्ण को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए देवी कात्यायनी की ही आराधना की थी। बुधवार को जिले के सभी देवी मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए भक्तों की भारी भीड़ जुटी। भक्तों ने जयकारा लगाते ह...