धनबाद, सितम्बर 15 -- झरिया, प्रतिनिधि। झरिया व आस पास के क्षेत्र में रविवार को माताओं ने अपने संतानों के दीर्घायु व स्वस्थ जीवन के लिए 24 घंटे का निर्जला उपवास रखा। अहले सुबह स्नान कर सूर्य भगवान पूजा अर्चना की। शाम को व्रती महिलाओं ने विधिवत भगवान जीमूतवाहन की पूजा अर्चना की। जीमूतवाहन की कुश से निर्मित प्रतिमा को धूप-दीप, अक्षत, पुष्प, फल आदि अर्पित कर पूजा अर्चना किया। सियारिन और चील की प्रतिमा माथे पर लाल सिन्दूर का टीका लेती है। पंडित जी ने जिउतिया व्रत की कथा सुनाई। जुग जुग जिए मोर बबुआ दुलरूआ...जुग जुग जिए ललना हमार निर्जला जितिया व्रत हम करीं...बांझिन नयना ढारे लोरवा...आदि गीत गाया। निर्जला व्रत रखने वाली माताएं सोमवार की सुबह पारण करेंगी।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...