सीवान, सितम्बर 15 -- रघुनाथपुर, एक संवाददाता। जिले में आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि बुधवार को माताओं ने जीवित्पुत्रिका व्रत रखा। यह व्रत माताएं अपने संतान की लंबी उम्र व खुशहाली के लिए रखती हैं। इस व्रत में भगवान जीमूतवाहन की विधिवत पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में जिउतिया व्रत को कठोर व्रतों में से एक माना गया है। 3 दिवसीय इस व्रत में 24 घंटे तक माताएं निर्जला और निराहार रखती हैं। इस व्रत में भगवान जीमूतवाहन की विधिवत पूजा करने के बाद व्रत कथा सुनने का विधान है। रविवार को दिन भर निर्जला उपवास रहने के बाद माताओं ने शाम 4 बजे के करीब नदी-पोखर में स्नान करने के बाद चील और सियारिन से जुड़ी जिउतिया की कथा सुनीं, जो महिलाएं नदी या पोखर में स्नान करने नहीं गईं, वे घर पर ही स्नान की। इस दौरान महिलाओं ने अपने संतान के नाम से प्रतीक चिन्...