हरदोई, जून 17 -- हरदोई। माटीकला के परम्परागत व प्रशिक्षित कारीगरों के दिन बहुरेंगे। जिला ग्रामोद्योग अधिकारी सुष्मिता सिंह ने बताया कि उप्र सरकार द्वारा माटीकला एवं माटी शिल्पकला को बढ़ावा देने हेतु उप्र मार्टीकला बोर्ड का गठन किया जा चुका है। पर्यावरण को हो रहे नुकसान के दृष्टिगत प्लास्टिक से निर्मित कप, प्लेट, गिलास, थाली आदि के उपयोग को प्रदेश में प्रतिबन्धित कर दिया गया है। सरकार की मंशा के अनुसार मिट्टी के बर्तनों एवं खिलौनों, मूर्तियों आदि को बनाकर जीविकोपार्जन करने वाले ऐसे कुम्हारों एवं परम्परागत करीगरों जिनकी आयु 18 वर्ष से 50 वर्ष के बीच हो को नि:शुल्क विद्युत चालित चाक (इलेक्ट्रिक पाटर व्हील) मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। इस कार्य से जुड़े कारीगर विभागीय वेबसाइट पर जाकर टूल किट्स आवंटन हेतु ऑनलाइन पंजीकरण कर 30 जून 2025 तक कर सकते हंै।...