नई दिल्ली, दिसम्बर 20 -- हिंदू धार्मिक दृष्टिकोण से माघ मेले का बड़ा ही महत्व होता है। हर साल इसका आयोजन तीर्थराज प्रयागराज में होता है। इस मेले का महत्व भी कुंभ मेले की तरह ही होता है। प्रयागराज में 3 जनवरी 2026 से 15 फरवरी तक माघ मेले का आयोजन होगा, जिसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। 45 दिनों तक चलने वाले माघ मेले में कल्पवासी नदी किनारे रहकर तपस्या करते हैं। इस दौरान यहां लोग दूर-दूर से स्नान और दान पुण्य करने के लिए आते हैं। अगर आप भी माघ में जाने की तैयारी कर रहे हैं, तो आज हम आपको बताएंगे कि स्नान के बाद किन चीजों का दान करना सबसे उत्तम माना गया है। माघ में स्नान-दान का महत्वमान्यता है कि यहां स्नान करने से पाप कर्म से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही स्नान करने वालों को अमृत के गुण प्राप्त होता है। बता दें कि प्रयागराज वो तीर्थ है जहा...