बेगुसराय, जनवरी 27 -- बीहट। मां काली धाम, सिद्धाश्रम सिमरिया गंगातट पर माघ मास महात्मय की कथा कहते हुए स्वामी चिदात्मन जी ने कहा कि माघ महीने में मोक्षदायिनी नदियों या फिर संगम या त्रिवेणी तट पर नित्य नियमपूर्वक स्नान करने वाले मनुष्य को असीम पुण्य की प्राप्ति होती है। लोगों के सारे पाप-ताप का नाश होता है। रवीन्द्र ब्रह्मचारी ने बताया कि पूरे माघ महीने तक माघ मास महात्म्य की कथा होनी है। दूसरी ओर सिद्धाश्रम में कथाव्यास लक्ष्मण जी के द्वारा नौ दिनों से कही जा रही रामकथा का विश्राम 25 जनवरी की शाम हुआ। मौके पर आचार्य नारायण झा, गौतम कुमार, राम, श्याम, ध्रुव पाण्डेय, अंजनि चौधरी, संजय कुमार, सुनील कुमार आदि मौजूद थे।

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