संवाददाता, फरवरी 12 -- संगम की रेती पर एक माह तक जप, तप, साधना में लीन रहे 10 लाख से अधिक कल्पवासी बुधवार को आध्यात्मिक शक्ति बटोर रकर घर को प्रस्थान करेंगे। शिविर से प्रस्थान से पूर्व तीर्थपुरोहितों के सानिध्य में विधिविधान से शय्यादान व हवन-पूजन करके मां गंगा का आशीष प्राप्त करेंगे। हालांकि इस बार मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होने के कारण कई कल्पवासी पूर्णिमा के बाद त्रिजटा स्नान करके गृहस्थ जीवन की दिनचर्या शुरू करेंगे। मान्यता है कि यदि कोई श्रद्धालु किसी कारण से माघ मास में स्नान नहीं कर सके वे त्रिजटा स्नान करके संपूर्ण माघ मास का पुण्यफल प्राप्त करने का शुभ योग है।मोक्ष की कामना के निमित्त किया शय्या दान महाकुम्भ में जिन कल्पवासियों का संकल्प पूरा हो गया, उन्होंने पंरपरा अनुसार शव्या दान किया। वहीं, कई कई सेक्टरो सेक्ट...