हरिद्वार, मई 5 -- पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने दावा किया है कि माइक्रोप्लास्टिक से होने वाली फेफड़ों की बीमारियों के उपचार पर योगपीठ के वैज्ञानिकों का शोध विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त कर चुका है। दावा किया कि यह शोध अंतरराष्ट्रीय रिसर्च जर्नल बायोमेडिसिन एंड फार्माकोथैरेपी में प्रकाशित हुआ है। उन्होंने बताया कि आज पूरा विश्व प्लास्टिक जनित स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहा है। प्लास्टिक के सूक्ष्म कण अब हवा, पानी और भोजन में भी घुल चुके हैं और हम अनजाने में रोजाना इनका सेवन कर रहे हैं। ये कण फेफड़ों में पहुंचते हैं तो सूजन, जलन और कोशिकीय क्षति जैसी समस्याएं उत्पन्न करते हैं। इससे गंभीर फेफड़ों संबंधी रोग हो सकते हैं।

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