सहरसा, अप्रैल 7 -- सहरसा, नगर संवाददाता । चैती नवरात्र के अंतिम दिन रविवार को मां दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरूप की अराधना हुई। सुबह से हीं श्रदालु मंदिर पहुंचकर मां दूर्गा का दर्शन किया। सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। इसके साथ ही चैती नवरात्र का समापन हो गया। चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन नवमी पर मां सिद्धिदात्री की पूजा होती है।मां सिद्धिदात्री नवदुर्गा का नौवां और अंतिम स्वरूप हैं। इनकी पूजा से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और जीवन के सारे संकट दूर हो जाते हैं।मां सिद्धिदात्री कमल के पुष्प पर विराजमान हैं और इनके हाथों में शंख, चक्र, गदा और पद्म है। यक्ष, गंधर्व, किन्नर, नाग, देवी-देवता और मनुष्य सभी इनकी कृपा से सिद्धियों को प्राप्त करते हैं। ऐसी मान्यताएं हैं कि नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की उपासना करने से नवरात्रि के 9 दिनों की उप...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.