नई दिल्ली, मार्च 31 -- बच्चों की सही परवरिश करना बिल्कुल भी आसान काम नहीं। समय के साथ-साथ पेरेंटिंग के मायने बदलते हैं और पैरेंट्स भी बच्चों के साथ-साथ नई चीजें सीखते हैं। यह तो हम सभी जानते हैं कि बच्चों के भविष्य को आकार देने में पैरेंट्स का सबसे बड़ा हाथ होता है। इसलिए पेरेंटिंग एक बहुत मुश्किल और जिम्मेदारी भरा काम होता है। हर बच्चा अलग होता है, उसकी जरूरतें, पसन्द और नापसंद भी अलग होती हैं। ऐसे में पेरेंट्स की यह जिम्मेदारी होती है कि वे अपने बच्चे की जरूरतों को अच्छे से समझें, बच्चा क्या चाहता है वो जानें और सभी बातों को ध्यान में रखते हुए बच्चे को अच्छी परवरिश दें। अधिकतर पेरेंट्स को ऐसा लगता है कि उन्हें अपने बच्चों के बारे में सब कुछ पता है लेकिन ऐसा है नहीं। बच्चा जैसे-जैसे बड़ा होता है और बाहरी दुनिया के संपर्क में आता है, उसकी...