कोडरमा, अगस्त 9 -- जयनगर, निज प्रतिनिधि। मंडरिया गाँव में आयोजित अजमते वालिदैन कॉन्फ्रेंस में उलेमाओं ने अमन, मोहब्बत और इल्म का पैगाम दिया। जलसे की सदारत अल्लामा मौलाना मुमताज आलम कादरी ने की, जबकि संचालन फिरोज रहबर ने किया। मुख्य वक्ता मौलाना सिद्दीक हसन झारखंडी ने कहा कि इस्लाम का असल पैगाम अमन, मोहब्बत और भाईचारा है। मां-बाप की खिदमत और उनकी दुआ को दुनिया और आखिरत की सबसे बड़ी दौलत बताते हुए उन्होंने बेटियों की इज्जत, उनके पर्दे और हक़ की अदायगी पर जोर दिया। मौलाना शहादत हुसैन बरकाती ने कहा कि इल्म सिर्फ दुनियावी तरक्की के लिए नहीं, बल्कि दीन की सही समझ और किरदार निखारने के लिए जरूरी है। उन्होंने पति-पत्नी के रिश्ते में मोहब्बत, सब्र और एहतिराम की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि अच्छे समाज की बुनियाद फैमिली वैल्यूज़ और दीन की तालीम पर अ...
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