कोडरमा, अगस्त 11 -- जयनगर, निज प्रतिनिधि। मंडरिया गांव में आयोजित अजमते वालिदैन कॉन्फ्रेंस में मौलाना सिद्दीक हसन झारखंडी ने कहा कि इस्लाम का असल पैगाम अमन, मोहब्बत और भाईचारा है। उन्होंने मां-बाप की खिदमत को दुनिया और आखिरत की सबसे बड़ी दौलत बताते हुए बेटियों की इज्जत व हक़ की अदायगी पर जोर दिया। मौलाना शहादत हुसैन बरकाती ने कहा कि इल्म का मकसद केवल दुनियावी तरक्की नहीं, बल्कि दीन की सही समझ और अच्छे किरदार का निर्माण भी है। उन्होंने पति-पत्नी के रिश्ते में मोहब्बत, सब्र और भरोसे को जरूरी बताते हुए कहा कि समाज की तरक्की आपसी भाईचारे और अखलाक की रोशनी से ही संभव है। जलसे की सदारत अल्लामा मौलाना मुमताज आलम कादरी और संचालन फिरोज रहबर ने किया।
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