भागलपुर, सितम्बर 6 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता जिले में मां बनने जा रही हर छठी महिला की जान खतरे में है। ऐसी महिलाओं का न केवल बीपी हाई है तो रगों में शुगर बढ़ा हुआ है। वहीं बड़ी संख्या में शादीशुदा महिलाएं कच्ची उम्र या फिर अधिक उम्र में मां बनने जा रही हैं। अब ऐसी गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य विभाग विशेष निगरानी रखने जा रहा है। दौरान इन्हें न केवल तीन बार प्रसव पूर्व जांच और इलाज कराया जाएगा बल्कि आशा कार्यकर्ताओं की उपलब्धता इन्हें प्रसव न होने तक उपलब्ध कराई जाएगी। अगस्त माह में बिहार के 38 जिले में चला पीएमएसएमए और ई-पीएमएसएमए गर्भवती महिलाओं के लिए हरेक माह दो बार पीएमएसएमए यानी प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया जाता है। इसके अलाावा ई-पीएमएसएमए चलाया जाता है। इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की विशेष जांच की जाती है, ताकि सम...