अलीगढ़, जुलाई 18 -- अलीगढ़़ वरिष्ठ संवाददाता। जिन दंपतियों के घर किलकारी गूंजने की आस अधूरी रह जाती है, उनके लिए अब उम्मीद की एक नई किरण है 'आईवीएफ तकनीक। रावत हॉस्पिटल की आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. अंबिका रावत का कहना है कि यह तकनीक विज्ञान का एक चमत्कार है, जो मां बनने की राह को आसान बना रही है। आईवीएफ यानी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन एक आधुनिक प्रजनन तकनीक है, जिसमें महिला के अंडाणु और पुरुष के शुक्राणु को शरीर के बाहर लैब में मिलाया जाता है। इसके बाद निषेचित भ्रूण को महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है। यह प्रक्रिया उन दंपतियों के लिए वरदान है, जो लंबे समय से संतान सुख से वंचित हैं। डॉ. अंबिका ने बताया कि कई बार महिलाओं में अंडाणु बनने की प्रक्रिया बाधित हो जाती है या पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता कम होती है। ऐसे में सामान्य गर्भधार...