मैनपुरी, मई 4 -- क्षेत्र के ज्योति रोड स्थित निरंकारी भवन पर रविवार को सत्संग का आयोजन हुआ। जिसमें गुरू गद्दी पर विराजमान संत प्रमोद यादव ने प्रवचन दिए। उन्होंने कहा कि मां-पिता की सेवा करना सबसे बड़ा पुण्य है। अनजाने में जो भी पाप हो जाते हैं वह गुरू ही माफ करते हैं। कहा कि बच्चों पर एक आंख प्यार की और एक आंख की सुधार की होनी चाहिए, तभी उनमें सुधार आता है। नर में नारायण का दर्शन करें। कहा हर मनुष्य को पिछले जन्मों का फल भुगतना पड़ता है। हम अपने जीवन में खुद ही ऐसी दीवारें बना लेते हैं जो जीवन भर घुटन का कारण बनती हैं। इस अवसर पर संत नंदकिशोर, लवी सक्सेना, कुसमा, नारायनदेवी, आशा देवी, शंकुतला, दीप्ती आदि ने भी गुरू महिमा के भजन सुनाए। सत्संग का संचालन संत सुरेश ने किया। संत अशोक ने बताया कि 13 मई को समर्पण दिवस सुबह 10 बजे से निरंकारी भवन...