गुमला, सितम्बर 24 -- पालकोट, राहुल कश्यप। नागवंशी राजपरिवार द्वारा इष्ट देवी के रूप में सदियों से पूजी जाने वाली मां दशभुजी मंदिर न केवल पालकोट की शाही धरोहर है,बल्कि झारखंड, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था का प्रमुख केंद्र बन चुकी है। रोजाना श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या मंदिर में माथा टेकने और मन्नत मनाने आती है। मंदिर का महत्व नवरात्र के समय और भी बढ़ जाता है। इस दौरान मंदिर को फूलों और रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है और विशेष हवन व अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है। नागवंशी राजपरिवार के सदस्य और बड़ी संख्या में श्रद्धालु इन अनुष्ठानों में भाग लेते हैं। ग्रामीणों की दिनचर्या भी मंदिर में मत्था टेकने से शुरू होती है। जिससे आस्था और परंपरा का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है। नागवंशी राजाओं के इतिहास के अनुसार रीवा स्टेट की ...