देहरादून। चांद मोहम्मद, मई 15 -- प्री मैच्योर डिलीवरी, कम वजन वाले एवं संक्रमण का शिकार बच्चों के लिए मां की छाती का स्पर्श उन्हें जिंदगी की गर्माहट दे रहा है। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की 31 बेड की निक्कू यूनिट में संचालित नौ बेड के स्टेप डाउन में हर माह 70 ऐसे नवजातों को भर्ती करके कंगारू मदर केयर यानि केएमसी दिलाई जा रही है। केएमसी में मां बच्चे को 24 में करीब 20 घंटे तक अपनी छाती से चिपकाकर रखती है। इसके अलावा जिन बच्चों को संक्रमण होता है, उन्हें लंबे समय तक इंजेक्शन भी दिए जाते हैं। स्टेप डाउन में एक सप्ताह से लेकर एक महीने तक भी बच्चे एवं मां को भर्ती रखा जाता है। शुरू होने से ढ़ाई साल के भीतर यहां पर 2100 नवजात को स्टेप डाउन में रखा गया है। अच्छी बात यह है कि एक भी बच्चे की मौत नहीं हुई है। बेहद गंभीर बच्चों को निक्कू वार्ड में इला...