जौनपुर, जनवरी 31 -- रामनगर, हिन्दुस्तान संवाद। प्रयागराज में महाकुम्भ के दौरान मौनी अमावस्या को मची भगदड़ में अपनों को खोने वालों में नेवढ़िया थाना क्षेत्र के उसरांव गांव निवासी जगवंती भी हैं। उन्होने वहां का आखों देखा हाल सुनाया। कहा कि भगदड़ के बीच मां की मौत के साथ मानवता भी मरती नजर आई। वहां किसी की कोई सुनने वाला और समझने वाला नहीं था। कहीं लाशों को पैर से मारकर किनारे किया जा रहा था तो कहीं लोगों को हटाने की बजाय जबरदस्ती मुक्के मारे जा रहे थे। उसरांव गांव निवासी धर्मराज राजभर गांव के ही 23 लोगों को पिकअप से लेकर प्रयागराज संगम स्नान करने गए थे। उसमें धर्मराज की बेटी जगवंती भी थीं। वहां भगदड़ में जगवंती की मां यानी धर्मराज की पत्नी रामपत्ती देवी और बहू रीता देवी की मौत हो गई। परिवार की तीन बेटियां मेले में खो गईं थी, हालांकि करीब आठ...
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