पूर्णिया, जुलाई 14 -- जानकीनगर, एक संवाददाता। जानकीनगर में सड़क हादसे में मां और अन्य परिजनों को खोने के बाद बेसहारा हुए प्रियांशु और शबनम की जिंदगी में आखिरकार उम्मीद की लौ जगी है। हिंदुस्तान अखबार में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और डीएम अंशुल कुमार और एसपी स्वीटी सहरावत की पहल पर पांचवें दिन बच्चों के घर चूल्हा जल सका। बारह वर्षीय प्रियांशु कुमार और दस वर्षीय शबनम कुमारी की आंखों में अब भी अपनों को खोने का गम है लेकिन जिला और अनुमंडल प्रशासन की ओर से मिली मदद से उन्हें थोड़ी राहत जरूर मिली है। प्रशासन की मदद से दोनों बच्चों ने अपनी मां का अंतिम क्रियाकर्म भी किया। हालांकि बच्चों की चिंता अब अपने भविष्य को लेकर है। बता दें कि बीते दिनों एनएच 107 जानकीनगर स्थित गोढ़ियारी नहर पुल के पास स्क्रैप वाहन की चप...