मुंगेर, जून 29 -- जमालपुर, निज प्रतिनिधि। मां की अराधना करने से ही शक्ति मिलती है। श्री देवी भागवत में यह स्पष्ट है कि बिना भक्ति किए हुए भक्त को शक्ति की प्राप्ति नहीं हो सकती। यह बातें गुजरात से आए ज्ञानी संत कौशिक भाई भट्ट ने शनिवार को महामाया शक्तिधाम मंदिर की तृतीय स्थापना दिवस पर आयोजित 9 दिवसीय श्री देवी भागवत पुराण के तीसरे दिन कही। उन्होंने कहा कि राम कृष्ण परमहंस को भी मां की उपासना करनी पड़ी थी। दुर्गा सप्त सती ने मां को स्वर्ग की ओर मोक्ष देने वाली बताया गया है। दुनिया में कोई ऐसा पदार्थ नहीं है, जिसमें कोई न कोई शक्ति न हो। इसलिए भक्ति कर शक्ति प्राप्त करने की कोशिश करें, इससे मोझ की प्राप्ति संभव हो पाएगी। इधर, कलाकारों ने शिव-पार्वती, सुखदेवजी, व्यासजी और द्वारिकाधीश, द्रोपदी पर आधारित झांकियां प्रस्तुत की। यजमान सुजीत संघई ...