खगडि़या, अक्टूबर 13 -- परबत्ता, एक प्रतिनिधि। मां काली मंदिर कन्हैयाचक के दरबार में भक्तो की मुरादें पूरी होती हैं। यही करण है की काली मैया के दरबार में माथा टेकने प्रदेश से प्रतिवर्ष लोग आते हैं। नगर पंचायत के कन्हैयाचक गांव स्थित मां काली की महिमा अपरंपार है। यहाँ पूजा और नाटक का मंचन अंग्रेज जमाने से होता आ रहा है। यहां के लोगों का कहना है कि कन्हैयाचक गांव में मां काली मंदिर की स्थापना वर्ष 1875 में हुआ था। उस समय मिट्टी और खपरैल के मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू की गई। । इसमें तत्कालीन हरिनाथ सिंह का योगदान था। बाद के कुछ वर्षों में मां के आशीर्वाद से जब लोग सम्पन्नता की ओर बढ़ते गया तो माँ छतदार मां काली मंदिर का निर्माण कराया गया। इसके बाद मां काली की पूजा बड़ी धूमधाम से होने लगा। वर्ष 1938 में मां काली नाट्य कला की स्थापना हुई। उस समय क...