पूर्णिया, अक्टूबर 13 -- जलालगढ़, एक संवाददाता। जलालगढ़ थाना क्षेत्र में दीपावली के अवसर पर काली पूजा की धूम पूरे प्रखंड में रहती है। यहां कुल 16 स्थानों पर थाना से लाइसेंस लेकर मां काली की प्रतिमा स्थापित की जाती है और विधि-विधान से पूजा-अर्चना होती है। अधिकांश स्थानों पर मूर्ति रूप में पूजा होती है, लेकिन एकंबा गांव में मां काली की पूजा एक अनोखी और प्राचीन परंपरा छिन्नमस्तिका विधि से साथ की जाती है। एकंबा गांव के वार्ड संख्या 16 में संजीव सिंह उर्फ डब्बू सिंह का परिवार बिना प्रतिमा स्थापित किए, मिट्टी से प्रतीकात्मक रूप बनाकर मां काली की पूजा करता है। यह परंपरा चार पीढ़ियों से चली आ रही है। संजीव सिंह बताते हैं कि पूजा कब शुरू हुई, इसका सटीक इतिहास किसी को नहीं मालूम, लेकिन माना जाता है कि यह अंग्रेजों के जमाने से भी पहले से हो रही है। ....