महाराजगंज, नवम्बर 2 -- महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। महोत्सव में महराजगंज नाट्य मंच द्वारा प्रस्तुत भाव के भूखे राम नाटक ने दर्शकों को आध्यात्मिक अनुभूति से भर दिया। नाटक के माध्यम से कलाकारों ने संदेश दिया कि भगवान कर्म या भोग से नहीं, भाव और श्रद्धा से प्रसन्न होते हैं। मंचन के दौरान उपस्थित दर्शक भावविभोर हो उठे और प्रस्तुति समाप्त होने पर कलाकारों को तालियों से सम्मानित किया। भाव के भूखे राम नाटक में लड्डू नामक एक भोले और भूखे भक्त की कथा दिखाई गई, जो भूख न सह पाने के कारण पिता के घर से निकाल दिया जाता है। भटकते हुए वह एक आश्रम में शरण लेता है, जहां गुरुजी की देखरेख में उसे भक्ति और संयम का पाठ मिलता है। एकादशी के उपवास की जानकारी मिलने पर लड्डू असमंजस में पड़ जाता है, लेकिन अपनी सरलता और सच्चे भाव से वह भगवान के प्रति अपनी निष्ठा सिद्ध ...