खगडि़या, जुलाई 3 -- महेशखूंट। एक प्रतिनिधि उत्तर बिहार को जोड़ने वाला महेशखूंट बस स्टैंड पिछले डेढ़ दशक से जर्जर और वीरान पड़ा है। कभी यहां बिजली, पानी, शौचालय एवं दो दर्जन से अधिक स्टॉल की सुविधा थी, मगर जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया तो स्टैंड की हालत तबेले जैसी हो गई है। वर्षों से यहां वीरानी छाई रहती है और चौराहा पर वाहनों की भीड़ इलाके को अव्यवस्थित करती है उत्तर बिहार को जोड़ने वाला एनएच-107 एवं अगुवानी-महेशखूंट रोड के संगम स्थल महेशखूंट एनएच 31 चौराहा के समीप बस स्टैंड कभी चमन हुआ करता था। यह लोगों के लिए रोजगार का साधन भी था। मगर बीते समय के साथ यहां की स्थिति और भी बेकार हो गई। लोगों का मानना है कि इस बस स्टैंड को चालू करने की सकारात्मक सोच के साथ जिला प्रशासन आगे आए तो स्थानीय दो सौ लोगों को स्थायी रोजगार मिल सकता है। मगर इस पर न तो ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.