गया, फरवरी 6 -- भारतमाला एक्सप्रेस-वे और जीटी रोड चौड़ीकरण में जा रही जमीन के मुआवजे के लिए रैयतों को एलपीसी की सख्त जरूरत है। लेकिन, आमस अंचल अधिकारी व कर्मियों की लापरवाही की वजह से महीनों बाद भी रैयतों को एलपीसी बनकर नहीं मिला है। मुआवजे के रुपये से किसी को बेटी की शादी करनी है तो किसी को घर बनाना व अन्य जरूरी काम निपटाना है। एलपीसी बनकर नहीं मिलने से इनके सपने अधूरे हैं। सांव गांव के मोसाफिर यादव, राजेन्द्र पासवान, त्रिलोकी यादव व प्रदीप विश्वकर्मा आदि रैयतों ने बताया कि एलपीसी के लिए करीब दो माह पूर्व आवेदन किया था। तब से हर अंचल का चक्कर लगा रहे हैं। कभी सीओ तो कभी राजस्व कर्मचारी नहीं मिलते। मिलते भी हैं तो आज कल कर निकल जाते हैं। मुआवजे के लिए एलपीसी की है जरूरत रैयतों ने बताया कि जिस जमीन के लिए एलपीसी चाहिए वह जीटी रोड चौड़ीकरण मे...