सीतापुर, अप्रैल 27 -- सीतापुर, संवाददाता। जिले के राजकीय और अनुदानित स्कूल के छात्र हर साल की तरह इस साल भी यूपी बोर्ड के परिणामों में प्रदेश या जिला स्तर की मेरिट में अपनी जगह बना पाने में नाकामयाब रहे हैं। जिले में 62 राजकीय और 54 अनुदानित स्कूलों में काम करने वाले शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों पर हर महीने 11.75 करोड़ रुपए उनके वेतन के रुप में खर्च किया जाता है। सरकार की ओर से इतनी मोटी रकम खर्च किए जाने के बाद भी छात्रों का बेहतर प्रदर्शन न कर पाना इन स्कूलों की शिक्षण पद्धति पर सवाल उठाने के लिए काफी है। जबकि जिले में निजी स्कूलों के नौ छात्र छात्राओं ने प्रदेश की मेरिट में अपना स्थान बनाया है। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम में प्रदेश और जिले की टॉप 10 की सूची में निजी विद्यालयों ने तो बाजी मार ली, लेकिन राजकीय और अनुदा...