लखनऊ, फरवरी 17 -- सरकारी अस्पतालों में खुले प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र फिर बंद हो गए हैं। इन केंद्रों के बंद होने से मरीजों को सस्ती दवाएं नहीं मिल पा रही हैं। मरीज मेडिकल स्टोर से महंगी दवाएं खरीदने को मजबूर हैं। नए अनुबंध के बाद वेंडर ने दवा आपूर्ति का लाइसेंस नहीं लिया था। इसे लेकर ड्रग विभाग ने आपत्ति लगाते हुए दवाओं की ब्रिकी पर रोक लगाई है। शहर के 12 सरकारी अस्पतालों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का संचालन किया जा रहा है। बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु, बीआरडी महानगर, बीकेटी आरएसएम, केजीएमयू, लोहिया, रानीलक्ष्मीबाई अस्पताल, मोहनलालगंज व गोसाईगंज सीएचसी में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र हैं। सरकारी अस्पतालों में औषधि केंद्रों के संचालन के लिए सरकार ने पिछले वर्ष दिसंबर में नए वेंडर से करार किया था। इस बार नई कंपनी को केंद्र संचालन की जिम्...