धनबाद, सितम्बर 22 -- धनबाद, वरीय संवाददाता महालया पर जिलेभर के मंदिर महिषासुर मर्दिनी के स्त्रोत से गूंज उठे। रविवार को अमावस्या पर महालया मनाया गया। शहर के हरि मंदिर सहित तमाम देवी मंदिरों में सुबह चार बजे से ही महिषासुर मर्दिनी स्त्रोत से पूरा वातावरण गुंजायमान हुआ। इसके साथ ही दुर्गोत्सव प्रारंभ हो गया। दुर्गोत्सव के आगमन पर लोगों ने विशेषकर बंगाली समुदाय के लोगों ने एक-दूसरे को महालया व मां के आगमन पर खुशी व्यक्त करते हुए बधाई दी। मंदिरों के बाहर सुबह से ही खूब आतिशबाजी हुई। महालया पर मूर्तिकारों ने बनाए मां की प्रतिमा के नेत्र महालया पर मूर्तिकारों ने परंपरा अनुसार मां की प्रतिमा में नेत्र का निर्माण किया। बंगाली समाज इसे चक्षु दान कहता है। आज के दिन ही प्रतिमाओं में नेत्र बनाने को शुभ माना गया है। इस वर्ष माता का आगमन हाथी पर और प्र...