नई दिल्ली, अक्टूबर 31 -- Bihar Chunav: बिहार की राजनीति में पारंपरिक जातिगत वोट समीकरण अब भी एक हकीकत हैं, लेकिन 2025 के विधानसभा चुनावों में महिला सशक्तिकरण और बेरोजगारी जैसे मुद्दे सत्ता पक्ष एनडीए और विपक्षी महागठबंधन दोनों के लिए नई चुनावी रणनीति का केंद्र बन गए हैं। हालांकि दोनों ही गठबंधनों ने उम्मीदवारों के चयन में अपने-अपने जातिगत हितों को साधने की कोशिश की है, लेकिन उनके प्रचार अभियानों में अब महिलाओं और युवाओं को लुभाने पर खास ध्यान दिया जा रहा है। हाल ही में सारण के तरैया में आयोजित एक रैली में तेजस्वी यादव ने युवाओं से पूछा, "कैसे मिलेगा सरकारी नौकरी, कौन देगा?" भीड़ से जवाब आया, "तेजस्वी देगा!" यह नारा महागठबंधन की नई रणनीति का प्रतीक बन गया है, जिसके तहत हर परिवार से एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का कानून बनाने का वादा किया ...