देवरिया, मार्च 1 -- पथरदेवा, हिन्दुस्तान संवाद। पथरदेवा के सरकारी अस्पताल पर प्रसव कम होने को लेकर एक महिला डॉक्टर और आशा कार्यकत्रियों में तीखी नोंक-झोंक हुई। आरोप है कि इस दौरान महिला डॉक्टर ने एक आशा को पीटने की बात कह दी। उसके बाद मामला बिगड़ गया। बाद में प्रभारी चिकित्साधिकारी ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर मामला शांत करा दिया। शुक्रवार को पथरदेवा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभात रंजन आशा कार्यकत्रियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। इस दौरान डॉ. रंजन ने कहा कि बीते फरवरी 2024 से इस माह में 42 प्रसव कम हुआ है। इसका कारण पूछने पर आशाओं ने बताया कि केंद्र पर तैनात एक महिला चिकित्सक द्वारा यहां के केस को कसया और अन्य प्राइवेट अस्पतालों को रेफर कर दिया जाता है। इसके चलते प्रसव की दर कम हो गई है। इसकी जान...