लखीमपुरखीरी, अक्टूबर 1 -- सीएचसी की महिला चिकित्सक डॉ. यामिनी बादल पर अभद्रता पूर्ण रवैये और लापरवाही का आरोप के मामले में मुख्यमंत्री को भेजी गई शिकायत पर गठित जांच टीम को 10 दिन का समय दिया गया था, लेकिन समय पूरा होने के बाद भी कोई जांच नहीं की गई। गरीब किसान मजदूर पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री केके यादव का कहना है कि मामले पर जब सीएमओ से बात की गई तो उन्होंने सही जवाब नहीं दिया। आरोप है कि डॉ. यामिनी बादल जो एमबीबीएस डॉक्टर और सर्जन हैं, अक्सर नॉर्मल डिलीवरी के मामलों को भी प्राइवेट अस्पतालों में रेफर कर देती हैं। पीड़ित पक्ष का कहना है कि इस तरह गरीब महिलाओं को जबरन आर्थिक बोझ उठाने को मजबूर होना पड़ता है। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कार्रवाई करने के बजाय सीएमओ डॉक्टर का पक्ष ले रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही ठोस क...