मिर्जापुर, फरवरी 26 -- मिर्जापुर, संवाददाता। जिला महिला अस्पताल में सोमवार की रात डाक्टर न होने का हवाला देते हुए प्रसव पीड़ा से कराहती गर्भवती को बगैर उपचार के वापस लौटा दिया गया। गर्भवती के तीमारदार उसकी हालत नाजुक देख रामबाग स्थित एक निजी अस्पताल में लेकर चले गए। मेडिकल कालेज का दर्जा मिलने के बाद भी महिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधा नहीं मिल पा रही है। जिससे प्राईवेट अस्पताल में नार्मल प्रसव 15 से 20 व सीजर पर 40 से 50 हजार रुपए खर्च करना पड़ रहा है। पड़री थाना क्षेत्र के रामनगर सिकरी गांव के आशीष कुमार ने बताया कि पत्नी 20 वर्षीय पूनम देवी गर्भवती थी। सोमवार की रात अचानक प्रसव पीड़ा होने पर तत्काल उसे जिला महिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां अस्पताल प्रशासन की ओर से बताया कि गर्भवती की हालत गंभीर है। तत्काल ऑपरेशन करना होगा लेकिन गर्भ...