पूर्णिया, अक्टूबर 7 -- लालगढ़, एक संवाददाता। कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़ सोमवार को कुछ अलग ही रंग में नजर आया। एक ओर खेतों से आईं महिलाएं मिट्टी में पोषण और रोजगार के नए रास्ते तलाश रही थीं तो दूसरी ओर स्कूल के बच्चे खेती को प्रयोगशाला की तरह देखकर हैरान थे। दिन भर केंद्र का माहौल सीखने, समझने और मिट्टी से जुड़ने की जिज्ञासा से भरा रहा। सुबह से ही अनुसूचित जनजाति उपयोजना के तहत कृषक महिलाओं के लिए प्रशिक्षण सह प्रत्यक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ। वैज्ञानिकों ने महिलाओं को बताया कि रबी मौसम की सब्जियों के बिछड़ा कैसे तैयार करें, मिट्टी को पोषक कैसे बनाएं और पोषण वाटिका घर के आंगन में कैसे विकसित की जा सकती है। खास बात यह रही कि प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को रबी मौसम की सब्जियों के बीज मुफ्त में दिए गए, ताकि वे सीखने से कमाने तक का सफर खुद तय कर सक...