विकासनगर, सितम्बर 16 -- भादो मास संक्रांति के दिन महासू धाम हनोल में स्थापित किया गए चीड़ा का अश्विन मास संक्रांति के दिन मंगलवार को पूजा-अर्चना के बाद विसर्जन किया गया। चीड़ा संक्रांति के दिन बाबर, बंगाण पट्टी, सिरमौर, जुब्बल क्षेत्र में प्राचीन काल से भादो मास में चीड़ की लकड़ी का चीड़ा बनाया जाता है, जिसे पूरे माह शाम ढलते ही जलाने के साथ ही कुल देवी, देवताओं के नाम हर गांव में सभी छोटे-बड़े मन्दिरों मे दीपक जलाएं जाते है। महासू धाम हनोल में चीड़ा लगाने और चीड़ा विसर्जन के दिन पुजारी इसकी पूजा करने मुख्य द्वार से आते हैं, जबकि अन्य दिनों पुजारी इस द्वार को छू भी नहीं सकते हैं। इन दो दिनों को छोड़कर इस द्वार से पुजारी का प्रवेश वर्जित है। स्थानीय धार्मिक किंवदंतियों के अनुसार भादो का महीना भूत प्रेत वाला माना जाता है। लिहाजा क्षेत्र में...