विकासनगर, अगस्त 16 -- भादो मास की संक्रांति के पहले दिन जौनसार बावर के महासू देवता मंदिर हनोल में परंपरागत तरीके से चीड़ा संक्रांति पर्व मनाया गया। ग्रामीणों ने लोक परंपरा के अनुसार सबसे पहले महासू मंदिर में चीड़ की लकड़ी का चीड़ा लगाकर पूजा-अर्चना की। सीमांत इलाके में चीड़ा संक्रांति का त्योहार एक माह तक चलेगा। सैकड़ों घरों में इसकी जोत प्रतिदिन शाम को जलेगी। जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर के सीमांत इलाके में लोक मान्यता के अनुसार भादो मास में हर साल चीड़ा संक्रांति के दिन देव पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इसकी शुरुआत महासू देवता मंदिर हनोल के दरबार में पास के जंगल से लाई गई चीड़ की लकड़ी के चीड़े को परंपरागत तरीके से मंदिर के मुख्य द्वार के ठीक सामने लगाने पर होती है। शनिवार शाम को भादो मास की संक्रांति के दिन महासू मंदिर में सबसे पहले मंदिर परि...
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