मुंबई।, सितम्बर 17 -- बॉम्बे हाईकोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के महाराष्ट्र सदन घोटाले मामले में दो मुख्य आरोपियों के खिलाफ लगे आरोप हटा दिए हैं। यह वही मामला है जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल तथा उनके परिवार का भी नाम सामने आया था। यह मामला वर्ष 2005 का है, जब राज्य की कांग्रेस-एनसीपी सरकार ने दिल्ली में नया महाराष्ट्र सदन भवन बनाने का ठेका के.एस. चमंकर एंटरप्राइजेज को दिया था। यह कंपनी प्रमुख आरोपियों कृष्णा और प्रसन्ना चमंकर की है। आरोप था कि यह ठेका बिना किसी निविदा निकाले दिया गया और उस समय लोक निर्माण विभाग (PWD) का जिम्मा छगन भुजबल के पास था। बीजेपी-शिवसेना सरकार के सत्ता में आने के बाद यह मामला दर्ज हुआ। उस समय एनसीपी विपक्ष में थी। भुजबल और चमंकर बंधुओं को 2021 में इस म...